Click here for Myspace Layouts

रविवार, 2 जून 2013

vikram7: मैनें अपने कल को देखा....

vikram7: मैनें अपने कल को देखा....: मैनें अपने कल को देखा उन्मादित सपनों के छल से आहत था झुठलाये सच से तृष्णा की परछाई से, उसको मैने लड़ते देखा मैने अपने कल को देखा वर्त्तम...

1 टिप्पणी: